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मंडी में बादल फटने से गाड़ियां बहीं, शिमला में सेना के मकान खाली, 914 सड़कें बंद

➤ मंडी के गोहर में बादल फटने से गाड़ियां बह गईं, इंडस्ट्री को भारी नुकसान
➤ शिमला में लैंडस्लाइड से सेना के मकान खाली करवाए गए, कई परिवार सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट
➤ प्रदेश में 914 सड़कें बंद, कांगड़ा-मंडी-सिरमौर-ऊना में भारी बारिश का अलर्ट जारी


हिमाचल प्रदेश में बीती रात भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। मंडी जिला के गोहर की नांडी पंचायत में बादल फटने से नसेंणी नाले में कई गाड़ियां बह गईं और कटवाढ़ी क्षेत्र की स्टोन इंडस्ट्री को बड़ा नुकसान हुआ।

शिमला के जतोग कैंट क्षेत्र में लैंडस्लाइड से सेना के आवासीय मकानों को खतरा हो गया। प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए रात को ही चार परिवारों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया।

चंडीगढ़-शिमला हाईवे पर शोघी के पास पहाड़ी से गिरे पत्थरों की चपेट में एक गाड़ी आ गई, जिससे वाहन को भारी नुकसान हुआ। रामपुर उपमंडल के बधाल में फ्लैश फ्लड से तीन से ज्यादा घरों में मलबा घुस गया, जिससे लोगों को पलायन करना पड़ा।

भारी बारिश के चलते प्रदेशभर में दो नेशनल हाईवे समेत 914 सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं। कई घरों को भी नुकसान पहुंचा है। शिक्षा विभाग ने कांगड़ा, कुल्लू और सिरमौर जिलों के स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी घोषित कर दी है ताकि छात्र सुरक्षित रह सकें।

मौसम विभाग ने आज दोपहर तक कांगड़ा, मंडी, सिरमौर और ऊना में भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, जबकि बिलासपुर, चंबा, हमीरपुर, कुल्लू और शिमला में भी भारी बारिश की संभावना जताई है। अगले दो दिन तक प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट रहेगा।

एक सितंबर से मानसून की सक्रियता थोड़ी कम होने की संभावना है, लेकिन बारिश जारी रहेगी। इस बार का मानसून सीजन अब तक सामान्य से 32% ज्यादा और केवल अगस्त में ही 67% अधिक बारिश दर्ज की जा चुकी है।